बारिस की बुँदे खिड़की से अच्छी लगती है चिलिंग से नहीं,
और खेलना है तो खिलोनो से खेलो किसी के फीलिंग से नहीं।
चलता रहु पथ पर, चलने में माहिर बन जाऊंगा।
या तो मनजिल मिलेंगी , या अच्छा मुशाफिर मिलेगा।
- PW
अगर बर्तन में खिचड़ी पके तो
बीमार इंसान भी ठीक हो जाता है।
लेकिन अगर दिमाग में खिचड़ी पके तो
अच्छा इंसान भी बीमार बन जाता है।
एक बात ध्यान रखना
कृष्ण जब तक मधुरा रहे, गोकुल रहे
तब तक बासुरी बजाते रहे
जब द्वारिकाधीश होगये तब सिर्फ चक्र उठाने लगे
दुनिया के हर राजा के लिए ये पहली शर्त है
उसे अपनी राधा और बांसुरी पीछे छोड़ कर आनी ही पड़ती है।
संसार में सबसे बड़ा रिश्ता होता है तो रिश्ते का नाम है माँ
माँ से बड़ा कोई ममता का, भावुकता का नाता नहीं है।
लेकिन आज भरत ने राम के कारण
अपनी माँ को भी त्याग दिया।
की कल फिर एक नया सवेरा आएगा, पर ना जाने क्यू वो उसके लिए नहीं आएगा
कल सुबह फिर पूरी दुनिया तो उठेंगी, पर न जाने क्यों इस बार वो नहीं उठेंगा
वो अब आँखे तो नहीं खोल पायेगा, पर चाहे दुनिया की आँखे खोल जायेगा
नालायक तो था मगर क्या ? लायक भी नही था, हा वो अपनी ज़िंदगी का नायक भी नहीं था
जाते जाते उसे किसी से सिखयात नहीं थी, पर उसे अब जीने से मोहब्बत भी नही थी
उसकी हालत जानकर भी अनजान थे वो, उसे लगता दुनिया पर एक अपमान था वो
बीते हुए कल पर रहम जाता था वो , तो आने वाले से सेहम जाता था वो
खुशियों की आदत नहीं थी उसे इसलिए हस्ते-हस्ते रो जाता था वो
ज्यादा कुछ नहीं बस थोड़ा सा प्यार चाहता था वो
नालायक तो था पर किसी के तो लायक बनना चाहता था वो
मुझे पता है उसके जाने के बाद अफ़सोस करोगे
और अफ़सोस पे शायद उसे ही कोसोगे
पर उसकी लिखी चीज़े पढ़कर शायद एक बार कुछ तो अच्छा सोचोंगे
जिंदगी में कभी मित्र को फुटपाथ की तरह मत रखना
क्युकी वो पूरी जिंदगी आपको मापते रहेंगे
मित्र को रबड़ और आशियाना जैसे रखो
अपनी गलती पे कभी मिटा भी दे।
ऐसा नहीं है की खून में उबाल नहीं है
पर शायद सही दिशा में उछाल नहीं है
और कौन नहीं चाहता बेफिक्री से जीना मगर
शायद उनके घरों में अच्छे हाल नहीं हैं।
के भाई मैं तो कल ही निकल जाऊंगा पहाड़ों में चाय पीने
पर पीछे माँ ने आवाज़ दी है की घर में दाल नहीं है।
में अक्सर उदास लोगो को हँसाने की कोशिस करता हु,
क्युकी मुझसे मुझ जैसे लोग देखे नहीं जाते।
दुनिया टूटते तारे पर ख्वाइश मांगती रहेगी
अंधेर को और अँधेरा करेगी।
तुम जुगनू सा चमकना इस अँधेरे में
दुनिया तुम्हे चमत्कार कहेगी।
हम अपनी कहानी के खुद लेखक है ,
जब मन करेगा उसी दिन Chapter ही चेंज कर देंगे।
अफ़सोस नहीं उस बात का कोई चले जाते है ,
कोई जीते है मोत के लिए, तो कोई मरके भी जी जाते है।
ना online आने की ख़ुशी, न last seen देखने का गम
बीत गया वो जमाना, जब तेरे दीवाने थे हम।
अपनी इच्छाओ को सीमाओ में बांधे रखो
वर्ना ये शोक,
गुनाहों में बदल जाते है।
अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा कहा मुझे
क्युकी , जिसको जितनी जरुरत थी उसने उतना ही पहचाना हमे।
जमी पर घर बनाया है,
मगर जन्नत में रहते है,
हमारी खुश नसीबी है,
की हम भारत में रहते है।
किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है ,
ईश्वर अच्छे लोगो की परीक्षा बहुत लेता है ,
लेकिन साथ नहीं छोड़ता ,
और बुरे लोगो को देता बहुत है ,
लेकिन उनका साथ कभी नहीं देता।
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